उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद जिले में एक हिंदू मंदिर के अंदर मांस फेंकने का मामला सामने आया है। इस घटना में दो बुर्का पहने महिलाएं और एक व्यक्ति शामिल हैं, जिनके खिलाफ पुलिस ने मामला दर्ज किया है। स्थानीय लोगों ने इस घटना पर गहरा आक्रोश व्यक्त किया है, क्योंकि उन्होंने इसे उनकी धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाला कृत्य माना है। बजरंग दल ने इस मामले में कड़ी कार्रवाई की मांग की है। पुलिस ने प्राथमिकी (FIR) दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है। यह घटना शुक्रवार, 16 अगस्त 2024 को घटी।
घटना का विवरण
यह मामला मुरादाबाद जिले के कांठ थाना क्षेत्र का है। इस घटना को लेकर ‘बजरंग दल’ और अन्य कई हिंदू संगठनों ने शुक्रवार को पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है। शिकायत के अनुसार, यह घटना पईगाम्बरपुर सुखवासी लाल गांव के चामुंडा माता मंदिर की है, जो कि क्षेत्र का सबसे बड़ा हिंदू धार्मिक स्थल माना जाता है। यहां देवी माता की प्रतिमा समेत कई देवी-देवताओं की प्रतिमाएं स्थापित हैं। इस मंदिर में रोजाना पूजा-अर्चना होती है, और विशेष अवसरों पर बड़ी संख्या में लोग यहां इकट्ठा होते हैं।
शिकायत के मुताबिक, 16 अगस्त को इस मंदिर में चामुंडा माता की प्रतिमा के सामने मांस के टुकड़े पाए गए। कहा जा रहा है कि यह मांस चिकन का था। इस घटना को दो बुर्का पहने महिलाओं और एक अज्ञात व्यक्ति द्वारा अंजाम दिया गया। शिकायतकर्ता का कहना है कि इस कृत्य से हिंदू समाज की पवित्र भावनाओं को ठेस पहुंची है। इसके साथ ही उन्होंने आरोपियों की पहचान कर उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।
मंदिर के इतिहास में विवाद
इस घटना के पहले भी इस मंदिर में मूर्तियों और घंटियों के साथ छेड़छाड़ की घटनाएं हो चुकी हैं। बताया जा रहा है कि इस चामुंडा मंदिर से पहले भी मूर्तियों और घंटियों को नुकसान पहुंचाया गया था। इस घटना ने एक बार फिर से इलाके में तनाव को जन्म दिया है और लोग इस मुद्दे पर एकजुट हो रहे हैं।
सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो
इस घटना के बाद सोशल मीडिया पर मंदिर की फुटेज तेजी से वायरल हो रही है। इस वीडियो में मंदिर के मुख्य प्रवेश द्वार के पास की टाइल्स पर खून और मांस के टुकड़े साफ देखे जा सकते हैं। इस वीडियो ने लोगों के बीच गहरा आक्रोश पैदा कर दिया है, और वे आरोपी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
पुलिस की कार्रवाई
मुरादाबाद पुलिस ने इस मामले में अज्ञात आरोपियों के खिलाफ FIR दर्ज कर ली है। भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 299 के तहत मामला दर्ज किया गया है। पुलिस ने घटना की जांच शुरू कर दी है और आरोपियों की तलाश की जा रही है। पुलिस ने लोगों से अपील की है कि वे इस मामले को लेकर कोई अफवाह न फैलाएं और शांति बनाए रखें।
सामुदायिक प्रतिक्रिया
इस घटना ने क्षेत्र में तनाव पैदा कर दिया है, और लोग इस घटना को लेकर गुस्से में हैं। हिंदू संगठनों ने इस मामले को गंभीरता से लिया है और दोषियों को जल्द से जल्द पकड़ने की मांग की है। वहीं, पुलिस ने यह सुनिश्चित करने का आश्वासन दिया है कि दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दी जाएगी ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों।
यह घटना धार्मिक भावनाओं के साथ खिलवाड़ का एक गंभीर उदाहरण है, जिसने पूरे इलाके में तनाव पैदा कर दिया है। समाज में शांति बनाए रखने के लिए जरूरी है कि ऐसे मामलों में त्वरित और सख्त कार्रवाई की जाए। धार्मिक स्थलों की सुरक्षा और पवित्रता को बनाए रखने के लिए समुदायों को मिलकर काम करना होगा और कानून व्यवस्था का सम्मान करना होगा। इस घटना से यह भी स्पष्ट होता है कि समाज में सहिष्णुता और आपसी सम्मान की भावना को बढ़ावा देना अत्यंत आवश्यक है।