महाराष्ट्र चुनाव 2024 की तैयारियां
महाराष्ट्र में आगामी विधानसभा चुनाव की तैयारियां जोरों पर हैं। महा विकास अघाड़ी (एमवीए) ने अपने गठबंधन के तहत सीट शेयरिंग का फॉर्मूला तय कर लिया है। विधान परिषद में विपक्ष के नेता अंबादास दानवे ने बताया कि एमवीए के सहयोगियों के बीच सीट शेयरिंग पर सहमति बन गई है और उम्मीदवारों की पहली सूची जल्द ही जारी की जाएगी। इस बीच दानवे ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि भाजपा पहले ही हार मान चुकी है और कम सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही है।
एमवीए में सीट शेयरिंग का फॉर्मूला
शिवसेना (यूबीटी), कांग्रेस और एनसीपी (शरद पवार गुट) के बीच सीट शेयरिंग पर बातचीत अब पूरी हो चुकी है। अंबादास दानवे ने बताया कि महा विकास अघाड़ी के तीनों सहयोगियों ने महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए सीट शेयरिंग का फॉर्मूला तय कर लिया है। एबीपी माझा चैनल से बात करते हुए उन्होंने कहा कि 2019 में हमने 60 सीटें जीती थीं और इस बार हमें और भी बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद है।
नवरात्रि में आ सकती है पहली सूची
दानवे ने आगे कहा कि एमवीए की ओर से उम्मीदवारों की पहली सूची नवरात्रि में जारी हो सकती है। इस सूची में शिवसेना (यूबीटी) के उम्मीदवारों के नाम सामने आ सकते हैं। नवरात्रि का यह समय पार्टी के लिए खास तौर पर महत्वपूर्ण होगा, क्योंकि चुनावी सरगर्मियां तेज हो रही हैं।
भाजपा के लिए चुनौती
288 सदस्यीय महाराष्ट्र विधानसभा के लिए नवंबर 2024 में चुनाव होने की संभावना है। ऐसे में सभी राजनीतिक दल अपनी रणनीति बना रहे हैं। भाजपा पर निशाना साधते हुए दानवे ने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने हाल ही में छत्रपति संभाजीनगर का दौरा किया और मराठवाड़ा क्षेत्र की 46 में से 30 सीटें जीतने की बात कही। 2019 के चुनाव के बाद से शिवसेना दो गुटों में बंट गई है। शिवसेना (यूबीटी) का नेतृत्व उद्धव ठाकरे कर रहे हैं, जबकि शिवसेना मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली महायुति सरकार का हिस्सा है। इस महायुति गठबंधन में भाजपा और अजित पवार गुट की एनसीपी भी शामिल है।
शिवसेना के विभाजन के बाद की स्थिति
2019 के विधानसभा चुनाव के बाद शिवसेना में विभाजन हो गया और पार्टी का नाम और उसका प्रतिष्ठित ‘धनुष-बाण’ चुनाव चिन्ह शिंदे गुट के पास चला गया। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की अगुआई वाली शिवसेना अब महायुति गठबंधन का हिस्सा है, जिसमें भाजपा और अजित पवार गुट की एनसीपी भी शामिल है। वहीं, उद्धव ठाकरे की अगुआई वाली शिवसेना (यूबीटी) एमवीए का हिस्सा है, जो फिलहाल विपक्ष में है और लगातार शिंदे सरकार पर हमला कर रही है।
एमवीए की उम्मीदें
2019 में 60 सीटें जीतने में कामयाब रही एमवीए इस बार और सीटें जीतने की उम्मीद कर रही है। महाराष्ट्र की राजनीति में शिवसेना (यूबीटी), कांग्रेस और एनसीपी का गठबंधन मजबूत माना जाता है और यह गठबंधन शिंदे सरकार को कड़ी टक्कर देने की तैयारी कर रहा है। चुनाव प्रचार के दौरान एमवीए भाजपा पर हमला करने और अपनी सीटें बढ़ाने की पूरी कोशिश करेगी।
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2024 की तारीखें नजदीक आ रही हैं और सभी राजनीतिक दलों ने अपनी तैयारियां तेज कर दी हैं। महा विकास अघाड़ी (एमवीए) में सीट बंटवारे का फॉर्मूला तय हो चुका है और उम्मीदवारों की पहली सूची जल्द ही जारी होने वाली है। वहीं, भाजपा और शिवसेना के शिंदे गुट के बीच भी सीटों को लेकर खींचतान चल रही है। अब देखना यह है कि इस चुनावी जंग में कौन सा गठबंधन बाजी मारता है।