कासगंज: ग्यारह दिन बाद किसानों का धरना समाप्त, बिजली शाखा और किसानों के बीच समझौता
कासगंज रोड स्थित बिजली घर पर गांव खेमगढ़ी और खेरिया खुर्द के किसानों का 11 दिन से चल रहा धरना शुक्रवार को समाप्त हो गया। यह धरना बिजली शाखा द्वारा अधिक राशि के नाम पर बिजली काटने के विरोध में था। किसानों ने बताया कि उनके पास बिल की रसीदें हैं, लेकिन फिर भी उन्हें डिफाल्टर घोषित कर दिया गया, जिसे उन्होंने शाखा की हठधर्मिता बताया।
प्रदर्शन के मुख्य बिंदु
- बिजली कनेक्शन काटने की समस्या:
किसानों के अनुसार बिजली शाखा ने दोनों गांवों की बिजली काट दी, जिससे बिजली विभाग के उपभोक्ताओं की काफी संख्या में बिजली गुल हो गई।
- किसानों का आक्रोश:
किसानों ने बताया कि उन्होंने अधिक राशि जमा कर दी थी, लेकिन फिर भी शाखा ने उनके कनेक्शन काट दिए।
- धरने का विस्तार:
- धरना गुरुवार को शुरू हुआ।
- किसानों ने बिजली घर के बाहर खाना बनाया और रातभर वहीं रहे।
- उन्होंने चेतावनी दी कि जब तक बिजली कनेक्शन बहाल नहीं हो जाते, वे धरना नहीं छोड़ेंगे।
समझौता वार्ता
शुक्रवार को एसडीएम धर्मेंद्र सिंह चौहान, सीओ श्यामवीर सिंह और उपखंड अधिकारी आफताब आलम किसानों से वार्ता के लिए पहुंचे। वार्ता के बाद तय हुआ कि:
- बकाया राशि की 10% राशि सोमवार तक किसानों की मदद से जमा कराई जा सकती है।
- अंतिम राशि किश्तों में जमा कराई जा सकती है।
- एसडीओ ने तुरंत बिजली कनेक्शन जोड़ने पर सहमति जताई।
धरना छोड़ा
बिजली बहाल करने के आश्वासन के बाद किसानों ने धरना खत्म कर दिया। इस समझौते से बीच में समस्या का समाधान हो गया, लेकिन यह प्रकरण प्रशासन और ऊर्जा विभाग के प्रति किसानों की नाराजगी को रेखांकित करता है।
समाप्त
यह विरोध किसानों और ऊर्जा विभाग के बीच पारदर्शी बातचीत की आवश्यकता पर जोर देता है। साथ ही, यह दर्शाता है कि शांतिपूर्ण बातचीत के माध्यम से मुद्दों का समाधान संभव है।
कासगंज रोड स्थित बिजली घर पर गांव खेमगढ़ी और खेरिया खुर्द के किसानों का 11 दिन से चल रहा धरना शुक्रवार को समाप्त हो गया। यह धरना बिजली शाखा द्वारा अधिक राशि के नाम पर बिजली काटने के विरोध में था। किसानों ने बताया कि उनके पास बिल की रसीदें हैं, लेकिन फिर भी उन्हें डिफाल्टर घोषित कर दिया गया, जिसे उन्होंने शाखा की हठधर्मिता बताया।
प्रदर्शन के मुख्य बिंदु
- बिजली कनेक्शन काटने की समस्या:
किसानों के अनुसार बिजली शाखा ने दोनों गांवों की बिजली काट दी, जिससे बिजली विभाग के उपभोक्ताओं की काफी संख्या में बिजली गुल हो गई।
- किसानों का आक्रोश:
किसानों ने बताया कि उन्होंने अधिक राशि जमा कर दी थी, लेकिन फिर भी शाखा ने उनके कनेक्शन काट दिए।
- धरने का विस्तार:
- धरना गुरुवार को शुरू हुआ।
- किसानों ने बिजली घर के बाहर खाना बनाया और रातभर वहीं रहे।
- उन्होंने चेतावनी दी कि जब तक बिजली कनेक्शन बहाल नहीं हो जाते, वे धरना नहीं छोड़ेंगे।
समझौता वार्ता
शुक्रवार को एसडीएम धर्मेंद्र सिंह चौहान, सीओ श्यामवीर सिंह और उपखंड अधिकारी आफताब आलम किसानों से वार्ता के लिए पहुंचे। वार्ता के बाद तय हुआ कि:
- बकाया राशि की 10% राशि सोमवार तक किसानों की मदद से जमा कराई जा सकती है।
- अंतिम राशि किश्तों में जमा कराई जा सकती है।
- एसडीओ ने तुरंत बिजली कनेक्शन जोड़ने पर सहमति जताई।
धरना छोड़ा
बिजली बहाल करने के आश्वासन के बाद किसानों ने धरना खत्म कर दिया। इस समझौते से बीच में समस्या का समाधान हो गया, लेकिन यह प्रकरण प्रशासन और ऊर्जा विभाग के प्रति किसानों की नाराजगी को रेखांकित करता है।
समाप्त
यह विरोध किसानों और ऊर्जा विभाग के बीच पारदर्शी बातचीत की आवश्यकता पर जोर देता है। साथ ही, यह दर्शाता है कि शांतिपूर्ण बातचीत के माध्यम से मुद्दों का समाधान संभव है।
[…] रहा है कि एक व्यक्ति ने सुबह स्कूल में शिक्षक से शिकायत की थी। इसके बाद शिक्षक ने अपनी बेटी की […]