कांग्रेस प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे का बीजेपी और RSS पर बड़ा हमला
कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने भाजपा और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) पर तीखा हमला बोला है। शनिवार, 12 अक्टूबर 2024 को दिए गए एक बयान में उन्होंने भाजपा को आतंकवादियों की पार्टी कहा और उनके द्वारा किए जा रहे अत्याचारों का उल्लेख किया। खड़गे ने प्रधानमंत्री **नरेंद्र मोदी** और संघ प्रमुख **मोहन भागवत** को भी आड़े हाथों लिया। उनके इन बयानों से राजनीति में हड़कंप मच गया है। खड़गे के इस तीखे हमले ने राजनीतिक माहौल को और गरमा दिया है, खासकर तब जब 2024 के चुनाव नजदीक हैं।
खड़गे का भाजपा पर सीधा हमला: आतंकवादियों की पार्टी
मल्लिकार्जुन खड़गे ने भाजपा को सीधे तौर पर आतंकवादियों की पार्टी, कह कर एक बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी हमेशा कांग्रेस को अर्बन नक्सल पार्टी कहते हैं, लेकिन उनकी पार्टी क्या है? खड़गे ने कहा कि भाजपा एक ऐसी पार्टी है जो। लिंचिंग (भीड़ द्वारा हत्या) जैसी घटनाओं में शामिल रहती है। खड़गे का यह बयान भाजपा और उसके नेताओं पर अब तक का सबसे बड़ा हमला माना जा रहा है।
खड़गे ने कहा, “जहाँ भी भाजपा की सरकारें हैं, वहाँ शेड्यूल कास्ट औhttps://twitter.com/ANI/status/1844998974232723646र आदिवासियों पर अत्याचार हो रहे हैं। भाजपा शासित राज्यों में दलितों और आदिवासियों का शोषण चरम पर है। उन्होंने सीधे आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा शासित राज्यों में शेड्यूल कास्ट के लोगों पर पेशाब करने और आदिवासियों का रेप करने जैसी घटनाएँ हो रही हैं। ये लोग दूसरों पर आरोप लगाते हैं, लेकिन खुद इन अत्याचारों का समर्थन करते हैं।”
खड़गे ने भाजपा की नीतियों और कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए कहा कि पार्टी की विचारधारा पूरी तरह से देश को बांटने की है और वह देश में धार्मिक उन्माद फैलाने का काम करती है। उन्होंने कहा कि भाजपा न सिर्फ सांप्रदायिक तनाव को बढ़ावा देती है बल्कि उसे अपने लाभ के लिए इस्तेमाल भी करती है।
प्रधानमंत्री मोदी के बयान पर खड़गे का जवाब
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 5 अक्टूबर 2024 को महाराष्ट्र के ठाणे में कांग्रेस और उसके सहयोगियों पर निशाना साधते हुए कहा था कि कांग्रेस और उसके सहयोगियों का एकमात्र मकसद **”बाँटो और सत्ता में रहो”** है। उन्होंने कांग्रेस पर अर्बन नक्सल और देशविरोधी ताकतों के साथ खड़े होने का आरोप भी लगाया था। इसी बयान का जवाब देते हुए खड़गे ने भाजपा को आतंकवादियों की पार्टी करार दिया।
RSS प्रमुख मोहन भागवत पर भी साधा निशाना
मल्लिकार्जुन खड़गे ने सिर्फ भाजपा पर ही नहीं बल्कि RSS प्रमुख मोहन भागवत पर भी तीखा हमला किया। उन्होंने भागवत के उस बयान पर पलटवार किया जिसमें भागवत ने देश में विभाजनकारी ताकतों की साजिश की बात की थी। खड़गे ने कहा, “जिस पार्टी का मकसद देश को बाँटना है, उसे सपोर्ट करने वाले देश में ही हैं। वो लोग हैं संघ प्रमुख मोहन भागवत।”
खड़गे ने कहा कि RSS और भाजपा देश में धर्मनिरपेक्षता को कमजोर करने का प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने भागवत पर आरोप लगाया कि वह संविधान को बदलने और रिजर्वेशन को समाप्त करने की बातें करते हैं। खड़गे ने यह भी कहा कि संघ प्रमुख देश में हिंदू-मुस्लिमों के बीच विभाजन की राजनीति कर रहे हैं और इस प्रकार की नफरत फैलाकर लोगों को बाँट रहे हैं।
विजयदशमी के कार्यक्रम में मोहन भागवत के बयान का विवाद
दरअसल, शनिवार, 12 अक्टूबर 2024 को नागपुर में विजयदशमी के कार्यक्रम में RSS प्रमुख मोहन भागवत ने संघ के स्वयंसेवकों को संबोधित किया था। भागवत ने अपने भाषण में बिना किसी का नाम लिए, देश में सांप्रदायिक विभाजन करने वाली ताकतों पर निशाना साधा था। उन्होंने यह भी कहा था कि कुछ राजनीतिक पार्टियाँ देश को कमजोर करने का काम कर रही हैं और समाज को बाँटने की कोशिश में लगी हैं।
भागवत के इस बयान के जवाब में खड़गे ने अपनी नाराजगी जाहिर की और कहा कि जो पार्टी और संगठन खुद समाज को बांटने का काम कर रहे हैं, वे दूसरों पर इस तरह के आरोप लगाने का अधिकार नहीं रखते।
क्या खड़गे के बयान से बढ़ेगा सियासी तनाव?
मल्लिकार्जुन खड़गे का यह बयान ऐसे समय पर आया है जब 2024 के **लोकसभा चुनाव** सिर पर हैं। भाजपा और कांग्रेस दोनों ही पार्टियाँ चुनावी मैदान में उतरने की तैयारी कर रही हैं। खड़गे का बयान न सिर्फ भाजपा बल्कि **RSS** के खिलाफ भी एक बड़ा हमला है। इससे यह साफ जाहिर हो रहा है कि कांग्रेस अब भाजपा के खिलाफ आक्रामक रुख अपनाने को तैयार है।
खड़गे के इस बयान के बाद भाजपा ने भी प्रतिक्रिया दी है। भाजपा नेताओं ने खड़गे के बयान को दुर्भाग्यपूर्ण और सांप्रदायिक करार दिया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस हमेशा से ही विभाजनकारी राजनीति करती आई है और अब इस प्रकार के बयान देकर वह अपनी राजनीति को और अधिक **ध्रुवीकरण** की ओर ले जा रही है।
मल्लिकार्जुन खड़गे के इस बयान से यह साफ है कि भारतीय राजनीति में आने वाले समय में तनाव और बढ़ सकता है। खड़गे ने न सिर्फ भाजपा को आतंकवादियों की पार्टी कहा, बल्कि RSSको भी निशाने पर लिया। खड़गे का यह बयान चुनावी माहौल में और अधिक राजनीतिक विवादों को जन्म दे सकता है। अब देखना यह होगा कि आने वाले दिनों में कांग्रेस और भाजपा के बीच यह सियासी जंग किस दिशा में जाती है।