यमुना एक्सप्रेसवे पर टप्पल (आगरा) के पास एक भयावह सड़क हादसा हुआ, जिसमें डबल डेकर बस एक ट्रक से टकरा गई। हादसे में पांच लोगों की जान चली गई और 15 लोग घायल हो गए। घायलों में एक मासूम बच्चा भी शामिल है। यह दुर्घटना उस समय हुई जब अधिकतर यात्री गहरी नींद में थे। घटना के बाद मौके पर अफरा-तफरी मच गई और राहत कार्य शुरू किया गया। कृष्णा ट्रैवल्स की बस में हुआ हादसा यह बस दिल्ली से आजमगढ़, उत्तर प्रदेश के लिए रवाना हुई थी। कृष्णा ट्रैवल्स की यह डबल डेकर बस अक्सर दिल्ली से पूर्वांचल के यात्रियों को उनके गंतव्य तक पहुंचाती है। हादसे के वक्त बस तेज गति से चल रही थी, जिससे वह अनियंत्रित होकर ट्रक में जा घुसी। टक्कर इतनी जोरदार थी कि बस के परखच्चे उड़ गए और एक तरफ से पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई। मृतकों और घायलों की स्थिति हादसे में जान गंवाने वाले पांच यात्रियों में से दो आजमगढ़ और दो प्रतापगढ़ के निवासी बताए जा रहे हैं। एक मृतक की पहचान अब तक नहीं हो पाई है। घायल यात्रियों को पास के अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनका इलाज जारी है। यात्रियों की आपबीती दुर्घटना के समय अधिकांश यात्री सो रहे थे। आगे की सीटों पर बैठे यात्रियों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि पीछे बैठे लोगों को मामूली चोटें आईं। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, टक्कर के बाद यात्री बस के शीशे तोड़कर बाहर निकले। घायल यात्रियों ने बताया कि बस काफी तेज रफ्तार में थी और चालक का नियंत्रण खो गया था। राहत कार्य और पुलिस की कार्रवाई घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंच गई और बचाव कार्य शुरू किया। घायलों को तुरंत अस्पताल ले जाया गया और मृतकों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। पुलिस मामले की जांच कर रही है और ट्रैवल कंपनी की लापरवाही की भी जांच की जाएगी। क्या यह हादसा टाला जा सकता था? हादसे के पीछे तेज गति और बस चालक की लापरवाही मुख्य कारण माने जा रहे हैं। यह घटना एक बार फिर से सड़क सुरक्षा और तेज रफ्तार से जुड़े खतरों की ओर इशारा करती है। नियमित वाहन जांच, प्रशिक्षित चालक और गति सीमा का पालन इस तरह की दुर्घटनाओं को रोकने के लिए अनिवार्य हैं। यमुना एक्सप्रेसवे पर हुआ यह हादसा बेहद दर्दनाक है, जो न केवल पांच जिंदगियों को लील गया बल्कि कई परिवारों को गहरे सदमे में छोड़ गया। तेज रफ्तार, लापरवाही और सुरक्षा उपायों की अनदेखी ने एक बार फिर यह साबित कर दिया कि सड़क पर थोड़ी सी चूक कितनी भारी पड़ सकती है। इस घटना से सबक लेते हुए प्रशासन और ट्रांसपोर्ट कंपनियों को सुरक्षा नियमों का सख्ती से पालन सुनिश्चित करना होगा ताकि इस तरह के हादसों को भविष्य में रोका जा सके।
[…] कॉलेज प्रशासन पर सवालकॉलेज प्रशासन ने स्थिति को गंभीरता से नहीं लिया, जिससे कार्यकर्ताओं और परिजनों का गुस्सा बढ़ गया। प्रशासन पर आरोप है कि उन्होंने आरोपी शिक्षक के खिलाफ पहले कदम नहीं उठाए। […]