आगरा के धनौली में स्वास्थ्य शाखा की टीम ने बड़ी कार्रवाई करते हुए मोहल्ला क्लीनिकके नाम पर चल रहे अवैध प्रसव और गर्भपात सेंटर का भंडाफोड़ किया। इस सेंटर की संचालिका सिर्फ 12वीं पास थी, लेकिन बोर्ड पर खुद को ‘फिजिशियन’ लिख रखा था।
छापेमारी में क्या हुआ?
छापे के दौरान स्वास्थ्य शाखा की टीम को वहां से गर्भपात और ट्रांसपोर्ट में इस्तेमाल होने वाले सिस्टम और ड्रग्स मिले। बोर्ड पर ‘इंडियन रेड क्रॉस सोसाइटी’ और ‘मोहल्ला अस्पताल नर्सिंग केयर सेंटर’ लिखा था। मौके से कलर डॉप्लर और अन्य मेडिकल सामान भी बरामद हुआ।
संचालिका का दावा
इस अस्पताल की संचालिका पिंकी सिंह ने खुद को ‘डॉक्टर’ बताया और खुद को इंडियन रेड क्रॉस सोसाइटी का सदस्य बताया। हालांकि, जब इस संबंध में रेड मूव सचिव से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि ऐसा कोई सदस्य नहीं है।
मरीजों के आरोप मोहल्ला क्लीनिक
छापेमारी के दौरान एक महिला और उसके परिजनों ने बताया कि तीन दिन पहले यहां गर्भपात कराया गया था और फिर महिला की तबीयत खराब हो गई। उसे अब महिला लायल क्लीनिक रेफर किया गया है।
साइन इन में मिली जानकारी
टीम को वहां से एक साइन इन भी मिला, जिसमें प्रसव और गर्भपात कराने वाले मरीजों के नाम, विवरण और वसूले जाने वाले शुल्क (4 से 8 हजार रुपये) दर्ज थे।
स्वास्थ्य विभाग की ओर से कार्रवाई
सीएमओ डॉ. अरुण श्रीवास्तव ने बताया कि झोलाछाप डॉक्टरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा रही है। इस मामले में मंगलवार को केस दर्ज कराया जाएगा।
इस कार्रवाई ने साबित कर दिया है कि बिना लाइसेंस और लाइसेंस के चिकित्सा सेवाएं देना कितना खतरनाक हो सकता है। स्वास्थ्य विभाग का यह कदम सराहनीय है, जो झोलाछाप डॉक्टरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई कर रहा है।
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