बिहार: अंधविश्वास का शिकार हुआ पिता, बेटे ने तांत्रिक समझकर कर दी हत्या औरंगाबाद, बिहार: बिहार के औरंगाबाद जिले के देवा बिगहा गांव में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जिसमें अंधविश्वास के चलते एक बेटे ने अपने ही पिता की बेरहमी से हत्या कर दी। गांव वालों के दबाव में आकर बेटे ने पहले अपने पिता की पीट-पीटकर हत्या कर दी, फिर टांगी से उसका गला रेत दिया। यह घटना शुक्रवार शाम की है, जब बेटे सियाराम रिकियासन ने जादू-टोना करने के आरोप में अपने पिता लखन रिकियासन (55) की हत्या कर दी। गांव वालों का आरोप है कि लखन ने गांव के ही एक युवक की हत्या काला जादू करके की है। पुलिस ने इस मामले में सियाराम समेत चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि अन्य की तलाश जारी है।
कैसे बढ़ा अंधविश्वास?
दो दिन पहले गांव के ही युवक अंकुश कुमार की सांप के काटने से मौत हो गई थी। इस घटना के बाद गांव वालों और युवक के परिजनों ने लखन पर जादू-टोना करके युवक की हत्या करने का आरोप लगाया। गांव की पंचायत ने बेटे सियाराम से कहा कि वह अपने पिता पर दबाव बनाए कि वह युवक को जिंदा जला दे। जब लखन ने ऐसा करने से मना कर दिया तो गांव वालों ने उसे गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी दी।
जघन्य हत्या
गांव वालों के दबाव में आकर सियाराम ने पहले अपने पिता की पिटाई की। जब पिता बेहोश हो गए तो उन्हें गोद में उठाकर ‘बाजी जियाबाहु’ कहते हुए उठने को कहा। जब कोई प्रतिक्रिया नहीं हुई तो उसने टांगी से उनके गले पर वार किया, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई। इसके बाद बेटे ने गड्ढा खोदकर पिता को दफना दिया।
पुलिस और जांच की स्थिति
घटना की सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और जांच शुरू की। शनिवार को सियाराम और तीन अन्य को गिरफ्तार कर लिया गया। मौके पर पहुंची एफएसएल टीम ने साक्ष्य के तौर पर टांगी और मृतक के कपड़े जब्त कर लिए। पुलिस अभी अन्य आरोपियों की तलाश कर रही है।