1. गिरफ्तारी एवं मामले का सार धर्म :
उत्तर प्रदेश के चंदौली-बनारस क्षेत्र में पुलिस ने नेपाली नागरिक मौलवी इस्लामुद्दीन को गिरफ्तार किया है। आरोप है कि वह स्थानीय गाँव की मस्जिद में नमाज़ी होने का ढोंग करते हुए भोले-भाले लोगों धर्म , विशेषकर हिंदुओं, को “जादू-टोना दूर करने” और “मनोकामना पूरी होने” के झांसे में लगभग 26 लाख रुपये ठगता था ।
2. धर्म ठगी की शातिराना विधि:
धर्म का दुरुपयोग: इस्लामुद्दीन पीड़ितों को इस्लामी मान्यताओं के अनुसार उनकी “जात” (कुंडली/भविष्य) बताता।
झूठे अनुष्ठान: “जिंदगी पूजा” जैसे काल्पनिक अनुष्ठान करवाकर लोगों को यह विश्वास दिलाता कि इससे उनकी मनोकामनाएं पूरी होंगी।
लालच का फंदा: आर्थिक संकट, बीमारी या परिवारिक समस्याओं से जूझ रहे लोगों को आसान समाधान का झांसा देकर फंसाया जाता था।
3. नेपाल से अवैध प्रवेश एवं पहचान छल:
इस्लामुद्दीन का मूल निवास नेपाल के रोहतक जिले के रामपुर खास थाना क्षेत्र का है।
वह अवैध रूप से भारत आया और चंदौली के एक गाँव में रहने लगा।
उसके पास बिहार का फर्जी आधार कार्ड बरामद हुआ, जिसके ज़रिए वह यहाँ रह रहा था।
4. मस्जिद में भूमिका एवं शिक्षा पर सवाल:
आरोप है कि उसे किसी बड़ी मस्जिद (जामा मस्जिद का ज़िक्र) से इस गाँव की मस्जिद में “तालीम देने” भेजा गया था।
पुलिस जाँच कर रही है कि उसके द्वारा पढ़ाई जाने वाली किताबें (जिन्हें कुरान का नाम दिया जाता था) वास्तव में क्या थीं और क्या उनमें हिंसा या उकसाने वाली बातें शामिल थीं।
5. भागने की कोशिश एवं धन की बरामदगी:
सूचना मिली थी कि ईद के बहाने वह नेपाल भागने की तैयारी कर रहा था। इसी आशंका के चलते पुलिस ने तेज़ी से कार्रवाई कर उसे गिरफ्तार किया।
गिरफ्तारी के समय उसके पास से 4 लाख रुपये नकद ज़ब्त किए गए। यह राशि संभवतः उसकी हालिया ठगी का हिस्सा मानी जा रही है।
6. धर्म जांच के प्रमुख पहलू:
नेटवर्क की तलाश: पुलिस यह पता लगा रही है कि उसे भारत में अवैध रूप से रहने, फर्जी दस्तावेज़ बनवाने और मस्जिद में जगह दिलवाने में किसका सहयोग मिला। “साजिश” के आयामों की भी जाँच हो रही है।
अन्य मस्जिदों से संबंध: यह भी देखा जा रहा है कि क्या वह अन्य मस्जिदों में भी ऐसी गतिविधियों में शामिल था या उसका कोई गिरोह काम कर रहा है।
निशाने पर हिंदू श्रद्धालु जानकारी के अनुसार, उसके अधिकांश शिकार हिंदू समुदाय के लोग थे, जो धार्मिक आस्था या मंदिरों में जाने वाले श्रद्धालु थे। उनकी आस्था और मुसीबतों का फायदा उठाया जाता था।
गंभीर आरोपों की जांच: मूल खबर में अन्य गंभीर आरोपों का भी उल्लेख है। पुलिस इन सभी बिंदुओं की गहनता से जांच कर रही है। फिलहाल, ठगी और अवैध निवेश संबंधी आरोपों पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।
7. कार्रवाई एवं वर्तमान स्थिति: क्षेत्राधिकारी पुलिस द्वारा इस्लामुद्दीन के खिलाफ ठगी, धार्मिक भावनाएं आहत करने और फर्जी दस्तावेज बनवाने समेत कई धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। वह फिलहाल पुलिस हिरासत में है और जांच जारी है। पुलिस उसके संपर्कों और संभावित गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश में जुटी हुई है।
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