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खौफनाक खुलासा: सड़ती लाश गंध से खुला अपराध
दिल्ली के विवेक विहार इलाके में एक ऐसा मामला सामने आया है जिसने पुलिस से लेकर आम लोगों तक को हैरान कर दिया है। शाहदरा के झिलमिल कॉलोनी के सत्यम एन्क्लेव के फ्लैट नंबर 118-ए से आ रही दुर्गंध ने इस हैवानियत के खेल का नाम उजागर कर दिया। पुलिस ने जब ताला तोड़कर अंदर जांच की तो बेड के नीचे एक युवती की सड़ी-गली सड़ती लाश मिली, जिसे कंबल और बैग में लपेटकर छिपाया गया था। खास बात यह है कि लाश के ऊपर अगरबत्ती जलाई गई थी – जो इस मामले को और भी रहस्यमय बना रही है।
क्या है पूरा मामला?
दुर्गंध की शिकायत: शाम 4:37 बजे पुलिस को कॉल आई कि फ्लैट सड़ती लाश से दुर्गंध आ रही है।
खून के धब्बे: घर के पिछले दरवाजे पर खून के धब्बे मिले, जिससे शक हुआ कि यहां कुछ गड़बड़ है।
-मृत शरीर का मिलना: बेड के नीचे गैराज के मैदान में कंबल में लिपटा एक बेजान शरीर मिला, जिसे प्लास्टिक की थैली में भी रखा गया था।
अजीबोगरीब निशान: शरीर के पास जलती हुई अगरबत्ती मिली, जिससे लगता है कि किसी ने तांत्रिक अनुष्ठान या शांति के लिए ऐसा किया होगा
पुलिस क्या कह रही है?
पीड़ित की पहचान नहीं: शरीर के बारे में अभी तक कोई रिकॉर्ड नहीं मिला है।
संदेहास्पद व्यक्ति लापता: फ्लैट के मालिक विवेकानंद मिश्रा (50-60 वर्ष) का कहीं पता नहीं चला।
मामला दर्ज: पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर लिया है और सीसीटीवी फुटेज की जांच कर रही है।
क्या हो सकता है मकसद?
- प्रेम प्रसंग: विवेकानंद और युवती के बीच प्रेम संबंध रहे होंगे और झगड़े में उसने उसकी हत्या कर दी।
- तांत्रिक अनुष्ठान: अगरबत्ती जलाने से औपचारिकता का संदेह पैदा होता है। क्या यह किसी अंधविश्वास का शिकार हुआ?
तीन। पैसे या संपत्ति का विवाद: अगर फ्लैट या नकदी को लेकर कोई विवाद हुआ है, तो यह भी एक कारण हो सकता है।
समाज के लिए सबक
अकेले रहने वाले लोगों पर नज़र रखें: अगर आपके आस-पास कोई अकेला रहता है और आपको उसके घर में अजीबोगरीब हरकतें दिख रही हैं, तो पुलिस को सूचित करें।
सीसीटीवी का महत्व: ऐसे मामलों में कैमरे की फुटेज बहुत मददगार होती है।
अंधविश्वास से बचें: किसी भी तरह के काले जादू पर विश्वास करके ऐसी वारदातें न करें।
निष्कर्ष: क्या पुलिस हत्यारे को पकड़ पाएगी?
यह मामला एक मनोवैज्ञानिक थ्रिलर जैसा लग रहा है, जिसमें हत्यारे ने शव को छिपाने के लिएसड़ती लाश बेड बॉक्स का इस्तेमाल किया और फिर अगरबत्ती जलाकर कुछ अजीबोगरीब हरकतें कीं। पुलिस के सामने सबसे बड़ी चुनौती संदिग्ध को ढूंढना है। अगर विवेकानंद मिश्रा वाकई हत्यारा है, तो क्या वह बच पाएगा? या सीसीटीवी और डिजिटल सबूत उसे पकड़ पाएंगे?